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फर्जी एडमिट कार्ड लेकर हजारीबाग कोर्ट पहुंचे थे बिहार के 4 युवक, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

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द फॉलोअप डेस्क 

बिहार के 4 युवकों को पुलिस ने फर्जी एडमिट के साथ झारखंड, हजारीबाग के सिविल कोर्ट से गिरफ्तार किया है। ये चारों युवक कोर्ट में चल रहे चपरासी के पद के लिए इंटरव्यू देने आये थे। गिरफ्तार दो आरोपी आपस में सगे भाई हैं। खबर है कि इनके पास से और भी फर्जी दस्तावेज मिले हैं। गिरफ्तार आरोपियों में एक पटना के बख्तियारपुर और तीन नालंदा जिले के रहने वाले हैं। आरोपियों के नाम शंकर कुमार (सिलवा नालंद), सोनू कुमार और दिलीप कुमार (सुरुमपुर नालंदा) और अभिषेक कुमार (पटना) के रहने वाले हैं। सोनू कुमार और दिलीप कुमार सगे भाई हैं। 

नकली मुहर लगी थी एडमिट कार्ड में 
पुलिस ने बताया है कि इनके  पास जब्त एडमिट कार्ड में नकली मुहर लगी हुई थी। इसी से चारों पर शक हुआ और इनके दस्तावेजों की जांच की गयी। जांच में इनके अन्य दस्तावेज भी नकली पाये गये। पुलिस को शक है कि गहन जांच करने के बाद इन चारों के पीछे किसी गिरोह का हाथ होने के सबूत मिल सकते हैं। वहीं, ये भी गौरतलब है कि चारों चपरासी के जिस पद का इंटरव्यू देने हजारीबाग सिविल कोर्ट आये थे, वो 29 नवंबर को ही हो चुका है। हालांकि कोर्ट में रोज ही चतुर्थ पद के कर्मचारियों के लिए साक्षात्कार हो रहा है। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि नौकरी के लिए उन्होंने आवेदन दिया था। लेकिन उनका एडमिट कार्ड नहीं आया। साक्षात्कार शुरू होने की सूचना मिलने पर उन्होंने नकली एडमिट कार्ड बनवाया औऱ साक्षात्कार देने के लिए बिहार से हजारीबाग आ गये। 

119 रिक्तियों के लिए 58 हजार आवेदन

गौरतलब है कि हजारीबाग के सिविल कोर्ट में इन दिनों चतुर्थ पद के लिए हर दिन साक्षात्कार लिया जा रहा है। मिली खबर में बताया गया है कि 119 रिक्तियों के लिए 58 हजार आवेदन मिले हैं। इनमें से 28 हजार आवेदन तकनीकी कारणों से रद्द कर दिये गये। बाकी के अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड भेज कर साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। साक्षात्कार की समीक्षा हर दिन की जा रही है। इसकी निगरानी खुद सत्र न्यायाधीश कर रहे हैं।